Thursday, January 24, 2019








 होंगे

अक्षरों और शब्दों से बने वाक्य होंगे
बोलों और धुनों से सजे गीत होंगे
तेरे-मेरे बीच बंधे सब बन्धन
समय के पन्नों पर अंकित होंगे
हर तरफ खूबसूरत फ़िज़ा होगी
दिल के साज़ पर गूंजती सदा होगी
तेरे-मेरे प्यार का चाहे जो हो अंजाम
मोहब्बत की दास्तां हमेशा जवां होगी
तुझसे बिछड़ जाऊं इसका ग़म तो होगा
पर मेरे बाद मेरी वफाओं का संग होगा
तेरी मुस्कुराहट का वही गज़ब ढंग होगा
कि मेरे प्यार का उसमें घुला गहरा रंग होगा
ज़मी से फ़लक तक तेरा नाम होगा
मेरी ही यादों का पैग़ाम होगा
जाने वो कैसा मुक़ाम होगा
कि ज़मी पर फिर आशियाँ न होगा

पर हम होंगे यहीं होंगे------ 














No comments: